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दोस्त ने मेरी माँ को चोदा सच्ची कहानी, maa ki chudai hindi kahani

maa ki chudai hindi kahani, दोस्त ने मेरी माँ को चोदा सच्ची कहानी, माँ की चुदाई हिंदी कहानी, दोस्त से अपनी माँ की चूत चुदाई, रोहित ने अपनी जैब से एक कंडोम निकाला और बोला कि ये कब से तुम्हारे लिए था मेरी जान और माँ को दे दिया। फिर माँ ने कंडोम पहना दिया और अब रोहित माँ के ऊपर आ गया और अपने लंड को माँ की चूत पर सेट करके एक ज़ोर का धक्का मारा। अब माँ की चूत गीली थी तो उसका लंड पूरा अंदर चला गया और माँ एकदम से चिल्ला पड़ी कि रोहित आराम से करना, बहुत साल से इसमें कुछ नहीं गया है आराम से करो। दोस्तों ये कहानी मेरी माँ की है, मेरी माँ का नाम राधा है और उनकी उम्र 48 साल है, फिगर साईज 36-34-38 है। अब में आपको ज़्यादा बोर ना करते हुए सीधा कहानी पर आता हूँ, ये कहानी मेरी माँ और मेरे फेसबुक फ्रेंड की है, मेरी माँ इस कहानी से पहले एक नॉर्मल हाउस वाईफ थी।

दोस्त ने मेरी माँ को चोदा सच्ची कहानी, maa ki chudai hindi story

'माँ की चुदाई हिंदी कहानी' दोस्तों ये कहानी 3 महीने पहले की है और करीब 3 महीने पहले में अपने एक फेसबुक फ्रेंड को अपने घर लेकर आया था और उसे अपने माँ पापा से मिलाया था। वो हमारे घर से करीब 5 किलोमीटर दूर का ही था और अब हम दोनों में बहुत अच्छी दोस्ती हो गयी और उसका मेरे घर आना जाना हो गया। अब वो कभी-कभी मेरे ना होने पर भी मेरे घर आने लग गया था और कभी मेरी माँ उसे मार्केट में मिलती तो वो माँ की मदद भी कर देता था। अब धीरे-धीरे वो माँ के बहुत नजदीक हो गया और माँ ने अपना फोन नम्बर भी उसे दे दिया था, ये सब मुझको मेरे उस दोस्त ने बाद में बताया था इसलिए पता है। फिर एक दिन वो मेरे घर आ गया और उस समय माँ घर पर अकेली थी और मेरी माँ घर का काम कर रही थी। फिर माँ ने दरवाजा खोला तो सामने मेरा दोस्त रोहित था। फिर माँ ने बोला कि अरे रोहित अंदर आओ, फिर वो अंदर आ गया, अब माँ पूरी गीली थी और नाइटी में थी। maa ki chudai hindi kahani

अपनी माँ की चूत चुदाई

'माँ की चुदाई हिंदी कहानी'  अब वो माँ को देखता ही रह गया, फिर माँ बोली कि तुम इस टाईम कैसे आए? तो उसने बोला कि ऐसे ही आंटी आपसे मिलने का मन किया तो आ गया, आप घर का काम कर रहे हो में कुछ मदद करा दूँ। माँ ने कहा कि नहीं, सब काम ख़त्म हो गया है बस में तो अब नहाने जा रही हूँ तो रोहित ने मजाक में बोला कोई नहीं में नहला दूँ, वो ऐसे छोटे मज़ाक पहले भी मेरी माँ से कर लेता था। माँ ने बोला तुम बैठो में नहाकर आती हूँ, फिर तुम्हारे लिए चाय बनाती हूँ, फिर वो बोला अच्छा आंटी। फिर माँ अपने रूम में जाकर कपड़े लेकर जल्दी-जल्दी नहाने के लिए बाथरूम में चली गयी। अब मेरा दोस्त बाथरूम के पास ही जा कर खड़ा हो गया कि शायद कुछ दिख जाए, लेकिन उसे कुछ नहीं दिखा, वहाँ ऐसी कोई जगह थी ही नहीं। फिर जब उसे लगा कि माँ नहा ली, तो वो भागकर वापस अपनी जगह पर बैठ गया और फिर थोड़ी देर में माँ की आवाज़ आई कि रोहित सुन ज़रा, फिर रोहित बाथरूम के पास गया और बोला हाँ आंटी तो माँ ने कहा कि में जल्दी-जल्दी में अपना टावल लाना भूल गयी हूँ, टावल उनके बेड पर रह गया है लाकर दे दे। maa ki chudai hindi kahani

अपनी माँ की चूत चुदाई

'माँ की चुदाई हिंदी कहानी'  फिर रोहित माँ के बेड से टावल लेकर आ गया और माँ को आवाज़ दी कि आंटी लो टावल। फिर मेरी माँ ने हल्का सा बाथरूम का दरवाजा खोला और हाथ आगे किया और हल्का सा चेहरा बाहर किया तो रोहित ने माँ को टावल दे दिया, लेकिन उसने हाथ पकड़ लिया और हल्के से खींच दिया, जिससे माँ थोड़ी सी आगे आ गयी और माँ के नंगे बूब्स दिख गये। फिर माँ गुस्से में बोली कि रोहित ये क्या है? तो रोहित ने हल्का सा हँसकर बोला आंटी में मज़ाक कर रहा था। फिर माँ दरवाजा बंद करके कपड़े पहन कर बाहर आ गयी और रूम में चली गयी, फिर माँ 5 मिनट के बाद बाहर आई, तो रोहित चुपचाप बैठा था। फिर माँ ने रोहित से बोला कि चाय पीनी है, तो रोहित ने हाँ कर दिया। फिर माँ किचन में चली गयी और चाय बनाने लगी। फिर रोहित भी किचन में आया और मेरी माँ से सॉरी बोला तो माँ ने हल्की सी स्माइल देते हुए कहा कि कोई बात नहीं। इस बात से जैसे रोहित की हिम्मत बढ़ गयी और फिर वो बोला वैसे आंटी एक बात बोलूं, तो माँ बोली बोलो। वो बोला कि आपके बूब्स बहुत अच्छे है पीने का मन कर रहा था, तो माँ ने गुस्से में उसे डांटा और घर से निकाल दिया। फिर रोहित थोड़ी देर तक बाहर ही खड़ा रहा और बेल बजाई, लेकिन माँ ने दरवाजा नहीं खोला। फिर रोहित ने माँ के फोन पर कॉल किया तो माँ ने फोन रिसीव नहीं किया। maa ki chudai hindi kahani

अपनी माँ की चूत चुदाई

'माँ को चोदा सच्ची कहानी' फिर रोहित जाने के लिए जैसे ही मुड़ा तो उसे दरवाजा खुलने की आवाज़ आई। वो पीछे मुड़ा तो मेरी माँ दरवाजे पर थी और उन्होंने रोहित को अंदर आने को बोला। फिर वो अंदर आया और थोड़ा डरा भी था और थोड़ा खुश भी था। फिर माँ ने उसे चाय दी और अब दोनों बैठकर चाय पी रहे थे, अब रोहित माँ को देख रहा था। माँ ने पूछा कि क्या देख रहा है? तो वो बोला कुछ नहीं आंटी। फिर माँ ने कहा कि चुपचाप से चाय पियो में अभी आती हूँ और माँ अपने रूम में चली गयी और फिर 5 मिनट के बाद रोहित को अंदर आने के लिए बोला तो रोहित अंदर गया। फिर माँ ने उससे कहा कि तुम ये सब मुझसे क्यों बोलते हो? और आज नहाते टाईम जो किया वो क्यों किया? तुम क्या चाहते हो? फिर रोहित बिना डरे इस बार बोला कि आंटी आप मुझे अच्छी लगती हो और में आपको चाहता हूँ इसलिए ये सब करता हूँ। माँ ने उसकी तरफ देखा और बोली कि रोहित तुम मेरे बेटे के दोस्त हो, ये सब तुम्हारे साथ अच्छा नहीं लगता है। अब इतना बोलते ही रोहित को जैसे ग्रीन सिग्नल मिल गया और बोला कि आंटी अगर में उसका दोस्त ना होता तो क्या आप ये सब करने देते? फिर मेरी माँ कुछ नहीं बोली तो रोहित मेरी माँ को पकड़ कर किस करने लगा। अब मेरी माँ भी उसे किस करने लगी थी, अब वो मेरी माँ के बूब्स कपड़े के ऊपर से दबा रहा था और किस करने लगा। उस समय मेरी माँ ने मेक्सी पहन रखी थी, जो उसने उतार दी और अब मेरी माँ बस पेंटी और ब्रा में थी। अब वो मेरी माँ को बेड पर लेटाकर पूरी बॉडी को किस करने लगा और उसकी ब्रा उतार कर बूब्स चूसने लगा। maa ki chudai hindi kahani

माँ की चुदाई हिंदी कहानी

'माँ को चोदा सच्ची कहानी' अब माँ उसके सिर को पकड़ कर दबा रही थी। फिर मेरी माँ ने बोला कि रोहित में बहुत दिनों से सोचती थी कि में बाहर किसी के साथ ऐसा करूँ। तो ये सुनकर रोहित की आँख खुली रह गयी, ऐसा क्यों आंटी? तो माँ बोली तुम्हारे अंकल अब ये सब नहीं कर पाते है, लेकिन मेरी ये सब करने की हिम्मत नहीं होती है। में तुमसे जब से मिली हूँ तुम मज़ाक करते थे तो मेरा बहुत मन करता था। फिर रोहित ने मेरी माँ की पेंटी भी उतार दी और माँ की चूत चाटने लगा, अब मेरी माँ पागल सी हो गयी और रोहित ने अपने कपड़े उतार दिए और मेरी माँ के मुँह के पास अपना लंड रख दिया और चूसने को बोला। फिर माँ ने कहा कि उसे ये सब नहीं आता, तो उसने बोला कि आंटी आपने बचपन में लॉलीपॉप चूसा होगा ना, ऐसे ही इसको चूस लो। फिर वो 69 की पोजिशन में आ गया और माँ उसके लंड को चूसने लगी और वो माँ की चूत को चाटने लगा। फिर 5 मिनट के बाद रोहित माँ के मुँह में ही फ्री हो गया और माँ रोहित के मुँह में ही फ्री हो गयी। अब रोहित माँ कि चूत का पूरा पानी पी गया और माँ से भी बोला कि तुम मेरे लंड का पानी पी जाओ। तो माँ भी किसी तरह पूरा पानी पी गयी, माँ का फर्स्ट टाईम था तो उसे बुरा लगा, लेकिन रोहित के बोलने पर वो पी गयी। maa ki chudai hindi kahani

माँ की चुदाई हिंदी कहानी

'माँ को चोदा सच्ची कहानी' फिर रोहित माँ को किस करने लगा और बोला कि कैसा लगा? तो माँ हँसकर बोली कि बहुत अच्छा लगा। फिर रोहित ने मेरी माँ से बोला कि लंड को मुँह में लेकर जल्दी से खड़ा करो तो माँ ने भी ऐसा ही किया। फिर रोहित ने अपनी जैब से एक कंडोम निकाला और बोला कि ये कब से तुम्हारे लिए था मेरी जान और माँ को दे दिया। फिर माँ ने कंडोम पहना दिया और अब रोहित माँ के ऊपर आ गया और अपने लंड को माँ की चूत पर सेट करके एक ज़ोर का धक्का मारा। अब माँ की चूत गीली थी तो उसका लंड पूरा अंदर चला गया और माँ एकदम से चिल्ला पड़ी कि रोहित आराम से करना, बहुत साल से इसमें कुछ नहीं गया है आराम से करो। फिर रोहित ने माँ को किस किया और झटके मारने लगा, फिर करीब 10 मिनट आराम तक करने के बाद उसने अपनी स्पीड तेज़ कर दी और झड़ गया, तब तक माँ भी झड़ चुकी थी। फिर थोड़ी देर तक वो माँ की चूत में अपना लंड डाले ऐसे ही लेटा रहा, फिर उसने अपना लंड बाहर निकालकर माँ के मुँह में साफ करने के लिए दे दिया और उसने खुद माँ की चूत चाटकर साफ़ कर दी। फिर माँ ने उसे आई लव यू बोला और दोनों उठ गये और अपने-अपने कपड़े पहन लिए। फिर रोहित अपने घर चला गया। अब जब भी रोहित को मौका मिलता है तो वो मेरी माँ को आकर चोदता है और वो दोनों खूब मजे करते है। कैसा लगा मेरी माँ की चुदाई, अच्छा लगे तो शेयर करो, अगर कोई मेरी माँ के साथ चुदाई करना चाहते हो तो ऐड करो, लंड की प्यासी मम्मी